सात समंदर पार शोक छाया हुआ है मानों, एक युग पर रोक लग गई हो। क्योंकि वहां ऐसा राज था जहां सूरज नहीं डूबता था। यहां उन्होंंने 7 दशक तक ब्रिटेन की राजगद्दी संभाली, उन्होंने 70 साल तक शासन किया लेकिन आज उनका राज खत्म होने के साथ वो ताज भी सूना हो गया।
ऐसे में पूरे देश में 10 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। ब्रिटेन की महारानी के निधन पर लोगों का जमावड़ा महल के बाहर देखा गया। जब महारानी की तबीयत खराब होने की खबर आई तो, लोगों ने दुआएं शुरू कर दीं। कहने को तो उस वक्त भारी बारिश हो रही थी, इंद्रधनुष से मौसम और बेहतरीन दिख रहा था। लेकिन फिर भी बकिंघम पैलेस के बाहर लोगों का हुजूम रो रहा था, प्रार्थना कर रहा था कि उनकी रानी ठीक हो जाए।
लेकिन रानी की मृत्यु की खबर की घोषणा के साथ ही पूरा ब्रिटेन शोकपूर्ण हो गया। जैसे ही महारानी एलिजाबेथ की मृत्यु की खबर की घोषणा की गई, विभिन्न स्थानों पर संघ का झंडा उतारा गया। ब्रिटेन के सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली महारानी एलिजाबेथ का 96 वर्ष की आयु में स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कासल में गुरुवार को निधन हो गया।
21 अप्रैल, 1926 को लंदन में एलिजाबेथ एलेक्जेंड्रा मैरी के रूप में जन्मी, एलिजाबेथ द्वितीय ड्यूक और डचेस ऑफ यॉर्क की सबसे बड़ी संतान थीं। 1952 में एलिजाबेथ ने औपचारिक रूप से सिंहासन ग्रहण किया था। बकिंघम पैलेस के बाहर सैकड़ों लोग मूसलाधार बारिश का सामना करते हुए इकट्ठा हुए थे, कि तभी ये घोषणा की गई थी कि डॉक्टरों ने सम्राट को उनकी स्कॉटिश संपत्ति बाल्मोरल में चिकित्सकीय देखरेख में रखा था। लेकिन अब लोग स्तब्ध हैं।
क्योंकि, शाही परिवार ने गुरुवार को अपनी आधिकारिक साइट पर एक बयान पोस्ट करते हुए कहा कि: “रानी का आज दोपहर बाल्मोरल में शांतिपूर्वक निधन हो गया। राजा और रानी कंसोर्ट आज शाम बालमोरल में रहेंगे और कल लंदन लौट आएंगे। “दुनिया भर से उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है। ब्रिटिश महारानी के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए नेताओं और राजनेताओं ने ट्विटर का सहारा लिया।
I had memorable meetings with Her Majesty Queen Elizabeth II during my UK visits in 2015 and 2018. I will never forget her warmth and kindness. During one of the meetings she showed me the handkerchief Mahatma Gandhi gifted her on her wedding. I will always cherish that gesture. pic.twitter.com/3aACbxhLgC
— Narendra Modi (@narendramodi) September 8, 2022
“2015 और 2018 में यूके की अपनी यात्राओं के दौरान मेरी महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के साथ यादगार मुलाकातें हुईं। मैं उनकी गर्मजोशी और दया को कभी नहीं भूलूंगा।” प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “एक बैठक के दौरान उन्होंने मुझे वह रूमाल दिखाया जो महात्मा गांधी ने उन्हें उनकी शादी में उपहार में दिया था। मैं हमेशा उस इशारे को संजो कर रखूंगा।”
प्रथम महिला जिल बिडेन के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन महारानी की मृत्यु के बाद एक शोक पुस्तक पर हस्ताक्षर करने के लिए वाशिंगटन में ब्रिटिश दूतावास गए। ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इसे देश का सबसे दुखद दिन बताया।